मंच पर सक्रिय योगदान न करने वाले सदस्यो की सदस्यता समाप्त कर दी गयी है, यदि कोई मंच पर सदस्यता के लिए दोबारा आवेदन करता है तो उनकी सदस्यता पर तभी विचार किया जाएगा जब वे मंच पर सक्रियता बनाए रखेंगे ...... धन्यवाद   -  रामलाल ब्लॉग व्यस्थापक

हास्य जीवन का अनमोल तोहफा    ====> हास्य जीवन का प्रभात है, शीतकाल की मधुर धूप है तो ग्रीष्म की तपती दुपहरी में सघन छाया। इससे आप तो आनंद पाते ही हैं दूसरों को भी आनंदित करते हैं।

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मंगलवार, 29 नवंबर 2011

तबीब कसाई हो गए? (व्यंग गीत ।)

तबीब  कसाई   हो   गए? (व्यंग गीत ।) http://mktvfilms.blogspot.com/2011/11/blog-post_27.html चेहरे    की   चमक,   तेरी  जेब   की  खनक, सब   कुछ  देखो,  हवा  -  हवाई   हो   गए..!! मुफ़्त   में   तबीब   ये  बदनाम   हो    गए  ? जब   से   तबीब, इलीस  कसाई   हो   गए ?   ( इलीस =  धर्म  मार्ग  से  भ्रष्ट, शैतान )   अंतरा-१. इन्सानियत   की   तो,   ऐसी   की   तैसी..!! साँठ - गाँठ   है   ज़िंदा,   वैसे  ...

शनिवार, 26 नवंबर 2011

ख़ुदगरज लीडर । (व्यंग गीत ।)

ख़ुदगरज  लीडर । (व्यंग गीत ।) http://mktvfilms.blogspot.com/2011/11/blog-post_26.html ख़ुद    से   भी  ख़ुदगरज  होते  हैं  लीडर । ख़ुद   को   ही  ख़ुदा  समझते   हैं   चीटर । अंतरा-१. धन - दौलत  के  चंद  टूकड़ों   की  ख़ातिर, हर   पल  ज़मीर   से   झगड़ते   हैं   लीडर । ख़ुद   को   ही  ख़ुदा  समझते   हैं   चीटर । अंतरा-२. जन्नत  हथिया  कर, ईमान  दफ़ना  कर,  जन्नत को जहन्नुम,  बदलते   हैं  लीडर । ख़ुद   को   ही  ख़ुदा  समझते...

शुक्रवार, 25 नवंबर 2011

गधे पर शेर...

मेरे पिछले पोस्ट में मजबूरी वश मुझे प्राप्त सवाल का जवाब ही पोस्ट कर सका क्योंकि सवाल मेल से मिट गया था.अब वही सवाल मेरे पास फिर आ गया है, इसलिए सवाल और जवाब दोनों पोस्ट कर रहा हूँ. सवाल था गधे पर फोटो देख कर शेयर लिखिए.और प्रेषक का शेर भी साथ था --देखिए फोटो, पढ़िए शेर और फिर मेरा जवाब... शायद अब तालमेल भाए.. प्रेषक का शेर... हर समंदर में साहिल नहीं होता, हर जहाज पे मिसाइल नहीं होता, अगर धीरुभाई अम्बानी नहीं होता, तो - हर गधे के पास मोबाईल नहीं होता | मेरा जवाब .... Sahi hai bhai, सही बात है भाई !!!!! Aaj har gadhe ke paas mobile hota hai, आज हर गधे के पास मोबाईल होता है, par kya har mobile wala gadha hota hai? पर क्या मोबाईल वाला...

शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

जरा सोचिए...

Sahi hai bhai, सही बात है भाई !!!!! Aaj har gadhe ke paas mobile hota hai, आज हर गधे के पास मोबाईल होता है, par kya har mobile wala gadha hota hai? पर क्या मोबाईल वाला गधा होता है? Agar haan to sochye !!!!!!*अगर हाँ तो सोचिए, waqt padne par gadhe ko bhi baap banana padta hai, वक्त पड़ने पर गधे को भी बाप बनाना पड़ता है, kya  waqt aane par "baap ko bhi ........................"? क्या वक्त आने पर बाप को भी  "........................................."? एम.आर.अयंगर.094252791...

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