मंच पर सक्रिय योगदान न करने वाले सदस्यो की सदस्यता समाप्त कर दी गयी है, यदि कोई मंच पर सदस्यता के लिए दोबारा आवेदन करता है तो उनकी सदस्यता पर तभी विचार किया जाएगा जब वे मंच पर सक्रियता बनाए रखेंगे ...... धन्यवाद   -  रामलाल ब्लॉग व्यस्थापक

हास्य जीवन का अनमोल तोहफा    ====> हास्य जीवन का प्रभात है, शीतकाल की मधुर धूप है तो ग्रीष्म की तपती दुपहरी में सघन छाया। इससे आप तो आनंद पाते ही हैं दूसरों को भी आनंदित करते हैं।

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बुधवार, 25 मई 2022

अब कोई लिखता नही इस मंच पर

 पूरे 10 वर्षों बाद आज इस मंच पर आया। थोड़ी पीड़ा हुई ।कोई लिखता नहीं अब इस मंच पर। मैं अन्य को क्यों बोलूं मैं भी तो बहुत दिनों के बाद लौटा हूं। अब मैं इस हास्य व्यंग मंच को हर दूसरे दिन एक रचना दूंगा और आप सभी से आग्रह करूंगा कि आप भी इस मंच को जिंदा रखने में मदद करें।Arshad Ali&nb...

सोमवार, 19 नवंबर 2012

                                                                                               गणित के अध्यापक ने एक विध्यार्थी से पूछा -                                                  यदि तुम्हारे पास 12 चॉकलेट हों,                                                           ...

मंगलवार, 13 नवंबर 2012

Municiplity ka pani....

Teacher: Water ka formula batao Student: H2O MgCl2 CaSO4 AlCl3 NaOH  HNO3 H2SO4 HCl CO2 Teacher: Ye kya hai? Student: Sir ye Municipality ka pani  hai..! :...

बुधवार, 29 अगस्त 2012

वैसे तो टीटोटालर हूँ...

वैसे तो टीटोटालर हैं... दारू शराब सब लत ही है, करती खराब दौलत ही है, होता है असर सेहत पर भी पड़ती है मगर आदत फिर भी, जब मुफ्त मिलेगी तो यारों, क्यों हद की बात करो यारों, जितनी आती है आने दो, ऐसे ही रात बिताने दो. फोकट में मिलेगी तो बोलो, जो भी हो बोतल खोलो, कुछ फर्क नहीं पड़ता हम-दम, हो ठर्रा विस्की या हो रम. काजू किशमिश तो आएँगे, अंडे, नमकीन मँगाएँगे, चिल्ली-चिकन भी मँगवालो, फ्राई-पनीर भी करवालो. जब तक जेबें हैं भारी, कब कौन कहाँ है लाचारी, मेरी अंटी को हाथ लगाना मत, आंटी को कुछ बतलाना मत. दो चार पेग जो बढ़ जाएँ, थोड़ी मुश्किल में पड़ जाएँ, वो बने डाक्टर बैठे हैं, क्यों फीस ये इतने ऐँठे हैं. ये दवा ठीक कर जाएँगे, पैसे वापस मिल जाएँगे, फिर हर्ज ही क्या है पीने में, मस्ती मस्ती में जीने में. बस एक बात का ध्यान रहे, अपने बड़ों का मान रहे, माँगो...

रविवार, 22 जुलाई 2012

गाँधीजीबचिए !!!!!!!! राष्ट्रपिता या भारत रत्न ?????

तमाम बचपन बापूजी को राष्ट्रपिता जाना. कुछेक समय पहले किसी बिटिया ने सवाल किया -  बापूजी को राष्ट्रपिता का संबोधन देने वाले कागजात पेश करें. सरकार मूक रह गई. अब सरकार ने खुलासा किया कि बापू को 'राष्ट्रपिता'   का   संबोधन औपचाकिक तौर पर दिया ही नहीं गया. मुझे डर है कि यह सरकार अपने उधेड़बुन में बचने बचाने के लिए ...............  आपको भारत रत्न से सम्मानित न कर दे. इनके समझ से परे है कि भारत के राष्ट्रपिता ,   भारत रत्न  कैसे हो जाएंगे ???? सरकार अपनी हँसी  न ही उड़ाए तो बेहतर होगा. !!!!!!! अयंगर. 942527917...

सोमवार, 14 मई 2012

भाषा

                                                                         हिंदी.....                                आज ही एक मित्र से सूचना दी ...                                कि ..  हिंदी                               राजनीतिज्ञों  ने इसे राष्ट्रभाषा बनाना चाहा......                         ...

बुधवार, 11 अप्रैल 2012

राष्ट्र ....

                                                                                         हमारे देश में ...                                              एक राष्ट्र पिता हैं...                                              और एक राष्ट्र पति ....                            ...

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